लाभ – शत्रु की कुबुद्धि – दुर्बुद्धि को ठीक करने हेतु इस मंत्र का जाप करें. त्वं रवे तारय स्वास्मानस्मात्संसार सागरात। बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार । ॐ श्री वज्रदेहाय रामभक्ताय वायुपुत्राय नमोस्तुते । मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। लाभ – गम्भीर संकट और शत्रुओं से मुक्ति पाने के लिए, https://mahakali43196.eedblog.com/35590014/facts-about-hanuman-mantra-revealed